- अनुसंधान और विकास में भारत का सकल व्यय वर्ष 2008 से 2018 के दौरान बढ़कर 3 गुना हो गया है।
- यह 2007-08 में 39,437.77 करोड़ था जो 2017-18 में 1,13,825.03 करोड़ रुपए हो गया है।
- भारत का प्रति व्यक्ति अनुसंधान और विकास व्यय 2007-08 में 29.2 डॉलर था जो 2017-18 में 47.2 डॉलर हो गया।
- 2017-18 में भारत का अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में जीडीपी का 0.7% ही व्यय किया जबकि अन्य विकासशील देशों में ब्राजील 1.3%, रूसी संघ 1.1%, चीन 2.1% और दक्षिण अफ्रीका 0.8% रहा।
- अनुसंधान व विकास के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी 2000-01 में 13% थी जो 2016-17 में 24% हो गई।
- 1 अप्रैल 2018 ताकि देश में अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठानों में लगभग 5.52 लाख कर्मचारी कार्यरत है।
- भारत में प्रति मिलियन आबादी पर शोधकर्ताओं की संख्या वर्ष 2017 में 255 हो गई जो कि वर्ष 2015 में 218 और वर्ष 2000 में 110 थी।
- भारत विज्ञान और अभियांत्रिकी में पीएचडी प्राप्त करने वाले देशों में अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है।
- वर्ष 2018 में भारत को वैज्ञानिक प्रकाशन के क्षेत्र में एनएसएफ, एससीओपीयूएस और एससीआई डेटाबेस के अनुसार क्रमश: तीसरे, पांचवें और नौवें स्थान पर रखा गया था।
- डब्ल्यूआईपीओ के अनुसार, भारत का पेटेंट कार्यालय विश्व के शीर्ष 10 पेटेंट कार्यालयों में सातवें स्थान पर रहा।
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