क्रिकेटर अंबाती रायडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। आज हम जानेंगे कि क्यों रायडू ने संन्यास की घोषणा की।
अंबाती रायडू ने 2004 में फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया था। 13 मार्च 2010 को राजस्थान के खिलाफ आईपीएल में पदार्पण किया। लेकिन वनडे अंतरराष्ट्रीय टीम में उनका डेब्यू 24 जुलाई 2013 को जिंबाब्वे के खिलाफ हुआ।
रायडू ने कुल 55 वनडे मैचों की 50 पारियों से 1694 रन बनाए इसमें श्रेष्ठ 124 नाबाद जिम्बाब्वे के खिलाफ ही है। वहीं 6 T20 की 5 पारियों में 42 रन बनाएं।
2017 में रैना और युवराज की अनुपस्थिति में रायडू का नंबर चार पर मौका दिया गया जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया और 45 से ऊपर की औसत से बल्लेबाजी की। उन्हें विश्व कप 2019 के लिए नंबर चार पर सबसे उपयुक्त माना जा रहा था। इसी बीच आस्ट्रेलिया के खिलाफ हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में विजय शंकर को उनकी जगह बुलाया गया। विजय शंकर ने मौके का फायदा उठाया तथा अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस बीच रायडू आउट फॉर्म चल रहे थे।
विश्व कप के लिए टीमों का चयन हुआ था चयनकर्ताओं ने सबको चौंका दिया। महज 9 वनडे खेलने वाले विजय शंकर को नंबर 4 के लिए टीम में चुना गया जबकि रायडू को रिजर्व खिलाड़ी के रूप में रखा गया।
विश्व कप में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए भारतीय ओपनर शिखर धवन को चोट लगी तब उम्मीद की जा रही थी कि शायद रायडू का चयन हो। लेकिन टीम मैनेजमेंट ने सबको चौंकाते हुए ऋषभ पंत को टीम में लिया। इसके बाद विजय शंकर भी चोटिल हुए लेकिन टीम मैनेजमेंट ने एक बार फिर सबको चौकाते हुए मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल करने का निर्णय लिया जिन्हें उस स्तर पर खेलने का कोई अनुभव नहीं है। इन्हीं कारणों से आहत रायडू ने 3 जुलाई 2019 को संन्यास की घोषणा कर दी।
अंबाती रायडू ने 2004 में फर्स्ट क्लास में डेब्यू किया था। 13 मार्च 2010 को राजस्थान के खिलाफ आईपीएल में पदार्पण किया। लेकिन वनडे अंतरराष्ट्रीय टीम में उनका डेब्यू 24 जुलाई 2013 को जिंबाब्वे के खिलाफ हुआ।
रायडू ने कुल 55 वनडे मैचों की 50 पारियों से 1694 रन बनाए इसमें श्रेष्ठ 124 नाबाद जिम्बाब्वे के खिलाफ ही है। वहीं 6 T20 की 5 पारियों में 42 रन बनाएं।
2017 में रैना और युवराज की अनुपस्थिति में रायडू का नंबर चार पर मौका दिया गया जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया और 45 से ऊपर की औसत से बल्लेबाजी की। उन्हें विश्व कप 2019 के लिए नंबर चार पर सबसे उपयुक्त माना जा रहा था। इसी बीच आस्ट्रेलिया के खिलाफ हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में विजय शंकर को उनकी जगह बुलाया गया। विजय शंकर ने मौके का फायदा उठाया तथा अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस बीच रायडू आउट फॉर्म चल रहे थे।
विश्व कप के लिए टीमों का चयन हुआ था चयनकर्ताओं ने सबको चौंका दिया। महज 9 वनडे खेलने वाले विजय शंकर को नंबर 4 के लिए टीम में चुना गया जबकि रायडू को रिजर्व खिलाड़ी के रूप में रखा गया।
विश्व कप में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए भारतीय ओपनर शिखर धवन को चोट लगी तब उम्मीद की जा रही थी कि शायद रायडू का चयन हो। लेकिन टीम मैनेजमेंट ने सबको चौंकाते हुए ऋषभ पंत को टीम में लिया। इसके बाद विजय शंकर भी चोटिल हुए लेकिन टीम मैनेजमेंट ने एक बार फिर सबको चौकाते हुए मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल करने का निर्णय लिया जिन्हें उस स्तर पर खेलने का कोई अनुभव नहीं है। इन्हीं कारणों से आहत रायडू ने 3 जुलाई 2019 को संन्यास की घोषणा कर दी।