पाकिस्तान ने भारत पर लगाया क्लस्टर बम गिराने का आरोप। जाने क्या है क्लस्टर बम?
हाल ही में पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाया है कि भारत ने उन पर क्लस्टर बम से हमला किया है जबकि इस प्रकार के बमो पर प्रतिबंध है। दरअसल भारत ने इस प्रकार का कोई कार्य नहीं किया है यह पड़ोसी देश का झूठ है। आइए अब जान लेते हैं कि क्लस्टर बम होता क्या है?
दरसल क्लस्टर बम एक कई बमों का संग्रह है अर्थात एक साथ कई बमों को एक गुच्छे के रूप में सेट करके एक क्लस्टर बम बनता है। इन्हें प्राय: लड़ाकू विमानों से गिराया जाता है। कलस्टर बम की संरचना इस प्रकार की होती है कि एक निश्चित दूरी तय करने पर इसका बाहरी पृष्ठ खुल जाता है और अंदर रखे बम अचानक बाहर निकल कर गिरने लगते हैं। यह बम बहुत खतरनाक होते हैं। क्लस्टर बम से निकला एक बम कई मीटर तक तबाही मचा देता है। सामान्यतया ये गैर परमाणु शस्त्र होते हैं।
क्लस्टर बमों को विनाशकारी इसलिए भी माना जाता है क्योंकि जब एक साथ कई बम गिरते हैं तो उनमें से कुछ बम बिना फटे रह जाते हैं जो सालों बाद तक नहीं फटते। यह बाद में किसी व्यक्ति या जानवर के पैर पड़ने या अन्य किसी तरीके से हलका सा संपर्क होने पर ही पड़ जाते हैं जिससे वहां मौजूद आम लोगों को हानि होती है।
दिसंबर 2008 में एक समझौता हुआ था जिसमें इन बमों पर प्रतिबंध लगाया गया था। 2010 से यह नियम लागू भी हो गए थे कि क्लस्टर बम का उपयोग कोई देश नहीं करेगा जिस पर 100 से ज्यादा देशों ने हस्ताक्षर किए थे। इसमें भारत अमेरिका रूस व चीन जैसे देश शामिल नहीं थे।
पाकिस्तान ने भारत द्वारा इन्हीं बमों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। हालांकि आरोप निराधार है।
हाल ही में पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाया है कि भारत ने उन पर क्लस्टर बम से हमला किया है जबकि इस प्रकार के बमो पर प्रतिबंध है। दरअसल भारत ने इस प्रकार का कोई कार्य नहीं किया है यह पड़ोसी देश का झूठ है। आइए अब जान लेते हैं कि क्लस्टर बम होता क्या है?
क्लस्टर बम |
दरसल क्लस्टर बम एक कई बमों का संग्रह है अर्थात एक साथ कई बमों को एक गुच्छे के रूप में सेट करके एक क्लस्टर बम बनता है। इन्हें प्राय: लड़ाकू विमानों से गिराया जाता है। कलस्टर बम की संरचना इस प्रकार की होती है कि एक निश्चित दूरी तय करने पर इसका बाहरी पृष्ठ खुल जाता है और अंदर रखे बम अचानक बाहर निकल कर गिरने लगते हैं। यह बम बहुत खतरनाक होते हैं। क्लस्टर बम से निकला एक बम कई मीटर तक तबाही मचा देता है। सामान्यतया ये गैर परमाणु शस्त्र होते हैं।
क्लस्टर बमवर्षा |
क्लस्टर बमों को विनाशकारी इसलिए भी माना जाता है क्योंकि जब एक साथ कई बम गिरते हैं तो उनमें से कुछ बम बिना फटे रह जाते हैं जो सालों बाद तक नहीं फटते। यह बाद में किसी व्यक्ति या जानवर के पैर पड़ने या अन्य किसी तरीके से हलका सा संपर्क होने पर ही पड़ जाते हैं जिससे वहां मौजूद आम लोगों को हानि होती है।
दिसंबर 2008 में एक समझौता हुआ था जिसमें इन बमों पर प्रतिबंध लगाया गया था। 2010 से यह नियम लागू भी हो गए थे कि क्लस्टर बम का उपयोग कोई देश नहीं करेगा जिस पर 100 से ज्यादा देशों ने हस्ताक्षर किए थे। इसमें भारत अमेरिका रूस व चीन जैसे देश शामिल नहीं थे।
पाकिस्तान ने भारत द्वारा इन्हीं बमों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। हालांकि आरोप निराधार है।