हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्त्व-संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये तथा इसके समस्त नागरिकों को:
सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय,
विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता,
प्रतिष्ठा और अवसर की समता
प्राप्त कराने के लिये तथा उन सब में
व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता
तथा अखंडता सुनिश्चित करने वाली
बंधुता बढ़ाने के लिये
दृढ़ संकल्पित होकर अपनी इस संविधान सभा में आज दिनांक 26 नवंबर, 1949 ई. को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।
आज हम वैद्युत द्विध्रुव की अक्षीय स्तिथि में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात करेंगे। वैद्युत द्विध्रुव की अक्षीय स्तिथि में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता “ स्थिरवैद्युतिकी Electrostatics,, कुलाम का नियम Coulomb’s Law, , वैद्युत क्षेत्र Electric Field ,, वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता Intensity of an Electric Field ,, वैद्युत बल रेखाएँ Electric Lines ofForces ,, किसी बिंदु आवेश के कारण वैद्युतक्षेत्र की तीव्रता Intensity of Electric Field due to a Point-Charge ,, वैद्युत द्विध्रुव तथा वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण Electric Dipole and Electric Dipole Moment ,, वैद्युत द्विध्रुव की अक्षीय स्थिति मे वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता Intensity of Electric Field due to Electric Dipole in End-On Position “ “ स्थिर वैद्युतिकी Electrostatics ,, कुलाम का नियम Coulomb’s Law , , वैद्युत क्षेत्र Electric Field ,, वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता Intensity of an Electric Field ,, वैद्युत बल रेखाएँ Electric Lines ofForces ,, किसी बिंदु आवेश के कारण वैद्युतक्षेत्र की तीव्रता Intensity...
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