राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर ( National Register of Citizen of India) एक ऐसी सूची होती है जिसमे देश के सभी नागरिको के नाम लिखे होते है। एनआरसी सबसे पहले असम में तैयार किया गया था। भारत में अब तक असम में ही NRC लागू है।
असम में बढ़ती बांग्लादेशियो की जनसंख्या के कारण दिसंबर 2013 में नागरिको के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके अंतर्गत जो लोग 25 मार्च 1971 अर्थात बांग्लादेश बनने से पहले भारत के नागरिक है उन्हें ही भारत का नागरिक माना जाएगा।
31 दिसंबर 2017 को असम सरकार द्वारा राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) की पहली सूची जारी कर दी गयी। इसमें करीब 3.29 करोड़ लोगो ने आवेदन किया था जिसमे से 1.9 करोड़ लोगो को ही वैध भारत के नागरिक माना गया।
31 अगस्त 2019 को असम में NRC की फाइनल लिस्ट जारी की गयी जिसमे 19 लाख लोगो को बाहर किया गया।
हाल ही में केंद्र सरकार ने पूरे देश में NRC लागू करने की सिफारिश की है। इसके तहत 1951 से पहले भारत आए लोगो को ही भारत का वैध नागरिक माना जायेगा।